राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) अधिकारी छोटू लाल शर्मा पर सरकार ने निलंबन की गाज गिरा दी है।

पेट्रोल पंप पर हुई मारपीट और अभद्र व्यवहार का वीडियो वायरल होने के बाद कार्मिक विभाग (DOP) के संयुक्त सचिव डॉ. धीरज कुमार सिंह ने शुक्रवार को उनके निलंबन के आदेश जारी किए।


 

घटना अजमेर-भीलवाड़ा हाईवे पर स्थित एक पेट्रोल पंप की है, जहां सीएनजी भरवाने को लेकर शर्मा और पंप कर्मचारियों में विवाद हो गया था। वायरल हुए सीसीटीवी फुटेज में शर्मा को पंप कर्मी को थप्पड़ मारते हुए देखा गया।


 

वहीं, शर्मा की पत्नी दीपिका व्यास ने आरोप लगाया कि पंप कर्मियों ने पहले उनके साथ बदतमीजी की थी और जानबूझकर उनकी गाड़ी में ईंधन नहीं भरा। उन्होंने रायला थाने में पंप कर्मियों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया था।


 

मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई की। फिलहाल शर्मा प्रतापगढ़ में लोक सेवाएं, प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय विभाग में सहायक निदेशक पद पर कार्यरत थे।


 

सूत्रों के अनुसार, निलंबन अवधि के दौरान उन्हें कार्मिक विभाग, जयपुर में जोड़ा गया है और जांच पूरी होने तक वे पद से दूर रहेंगे।


 

यह घटना सरकारी अधिकारियों के आचरण पर एक बार फिर सवाल खड़ा करती है।

सरकार ने यह संदेश दिया है कि कोई भी अधिकारी कानून से ऊपर नहीं है, चाहे वह किसी भी पद पर क्यों न हो।