हरियाणा IPS आत्महत्या केस ने लिया नया मोड़

हरियाणा के चर्चित IPS अधिकारी पुरण कुमार आत्महत्या मामले में अब एक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। रोहतक पुलिस की साइबर सेल में तैनात एएसआई संदीप लाठर ने खुद को गोली मारकर जान दे दी।


 

मृतक एएसआई ने मौत से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उन्होंने मृत एडीजीपी पुरण कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और रोहतक के पूर्व एसपी नरेंद्र बिजार्निया को एक ईमानदार अधिकारी बताते हुए उनका समर्थन किया।

 

राहुल गांधी की मुलाकात के कुछ घंटे बाद हुई घटना

यह घटना उस समय हुई जब लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, मृत ADGP पुरण कुमार की पत्नी और बेटियों से मिलने के कुछ घंटे बाद हरियाणा दौरे पर थे। एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या की खबर सामने आते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।


 

ADGP पुरण कुमार का सुसाइड नोट और आरोप

पिछले मंगलवार को एडीजीपी पुरण कुमार ने चंडीगढ़ स्थित अपने सरकारी आवास में खुद को गोली मार ली थी। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला था, जिसमें उन्होंने 16 वरिष्ठ IAS और IPS अधिकारियों के नाम लिखे थे और उत्पीड़न के आरोप लगाए थे।

घटना के बाद हरियाणा सरकार ने राज्य के DGP को छुट्टी पर भेज दिया और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजार्निया का ट्रांसफर कर दिया गया। उनकी जगह सूरिंदर सिंह भोरिया को नया एसपी नियुक्त किया गया।


 

 

एफआईआर में जोड़ी गई SC/ST एक्ट की धारा

मामले में अब SC/ST (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धारा 3(2)(v) को एफआईआर में शामिल कर लिया गया है। यह कदम मृत अधिकारी की पत्नी और वरिष्ठ IAS अधिकारी अमनीत पी. कुमार की मांग के बाद उठाया गया।

उन्होंने पुलिस को पत्र लिखकर कहा था कि पहले लगाई गई धाराएं कमजोर थीं, इसलिए “उचित प्रावधान” जोड़े जाएं।

वर्तमान में यह केस छह सदस्यीय SIT की जांच के अधीन है, जिसका नेतृत्व चंडीगढ़ के आईजी पुष्पेंद्र कुमार कर रहे हैं। उन्होंने रविवार को पुष्टि की कि एफआईआर में अब यह धारा जोड़ दी गई है।


 

निष्कर्ष:

हरियाणा पुलिस में लगातार हो रही आत्महत्याओं ने पूरे तंत्र पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ईमानदार अधिकारी की मौत के बाद अब एएसआई की आत्महत्या ने इस केस को और पेचीदा बना दिया है। राज्य सरकार और SIT पर अब निष्पक्ष जांच की जिम्मेदारी और बढ़ गई है।