रूस की नई व्यक्तिगत mRNA कैंसर वैक्सीन Enteromix ने क्लिनिकल ट्रायल्स में चौंकाने वाली सफलता हासिल की है। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, वैक्सीन ने सभी प्रतिभागियों में 100 % प्रभावकारिता दिखाई और कोई गंभीर दुष्प्रभाव दर्ज नहीं हुआ।

विशेषज्ञों के मुताबिक, यह वैक्सीन चार सुरक्षित वायरसों के मिश्रण से तैयार की गई है, जो शरीर में प्रवेश करते ही कैंसर कोशिकाओं को पहचानकर उन पर हमला करते हैं। इसके साथ ही यह रोगियों की प्रतिरक्षा प्रणाली को इतना मज़बूत करती है कि कैंसर के दोबारा पनपने की संभावना भी घट जाती है। जिन मरीजों पर परीक्षण किया गया, उनमें बड़े आकार के ट्यूमर सिकुड़ गए और कई मामलों में पूरी तरह समाप्त हो गए।

इस क्रांतिकारी शोध को रूस के नेशनल मेडिकल रिसर्च रेडियोलॉजी सेंटर और एंगेलहट इंस्टीट्यूट ऑफ मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (EIMB) ने मिलकर विकसित किया है। दोनों संस्थानों ने बताया कि यह तकनीक कोविड-19 वैक्सीन की तर्ज़ पर तैयार की गई है, लेकिन इसे हर मरीज के हिसाब से व्यक्तिगत (personalized) बनाया जाता है। यही वजह है कि इसे आधुनिक कैंसर उपचार की दिशा में ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।


क्लिनिकल ट्रायल की शुरुआत इस साल जून में सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम (SPIEF 2025) में हुई थी। इसमें शुरुआती चरण में कुल 48 वॉलंटियर्स शामिल किए गए। अब तक आए नतीजों में न सिर्फ ट्यूमर की वृद्धि धीमी हुई है, बल्कि जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार देखा गया।

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इसे सार्वजनिक उपयोग के लिए मंज़ूरी मिल जाती है तो यह दुनिया की पहली personalized mRNA कैंसर वैक्सीन होगी। फिलहाल अंतिम चरण की प्रक्रिया रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय के पास है। स्वीकृति मिलने के बाद यह वैक्सीन आम मरीजों के लिए उपलब्ध कराई जा सकती है, जिससे कैंसर उपचार के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत संभव है।