नई दिल्ली/टोक्यो, 31 अगस्त 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29–30 अगस्त को जापान की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के साथ टोक्यो से सेंडाई तक शिंकान्सेन बुलेट ट्रेन की यात्रा की। यह कदम भारत-जापान के हाई-स्पीड रेल सहयोग को नई दिशा देने वाला माना जा रहा है।

 

✦ दौरे की मुख्य झलकियाँ

  • शिंकान्सेन अनुभव: मोदी ने जापानी PM के साथ बुलेट ट्रेन में सफर किया और ट्रेनिंग ले रहे भारतीय ड्राइवरों से भी मुलाकात की।
  • MAHSR प्रोजेक्ट अपडेट: मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल (MAHSR) प्रोजेक्ट पर सिग्नलिंग कार्य शुरू करने पर सहमति बनी। सरकार का लक्ष्य है कि 2027 के अंत तक गुजरात खंड पर ट्रेनें चलनी शुरू हों।
  • 7,000 किमी HSR विज़न: पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब 7,000 किलोमीटर हाई-स्पीड रेल नेटवर्क विकसित करने के लक्ष्य पर काम कर रहा है।
  • टेक्नोलॉजी सहयोग: मोदी ने सेंडाई स्थित सेमीकंडक्टर संयंत्र का दौरा किया और आपूर्ति शृंखला व उभरती तकनीकों में सहयोग पर जोर दिया।


 

✦ भारत के लिए मायने

यह दौरा केवल एक बुलेट ट्रेन यात्रा नहीं था बल्कि भारत-जापान साझेदारी का प्रतीक था। MAHSR प्रोजेक्ट को रफ्तार मिलने की संभावना है और भारत का 7,000 किमी HSR विज़न भविष्य में बड़े पैमाने पर रेल क्रांति ला सकता है।

 

मोदी का जापान दौरा भारत-जापान संबंधों को और मजबूत बनाने वाला साबित हुआ है। बुलेट ट्रेन, सेमीकंडक्टर और हाई-स्पीड रेल विज़न ने दोनों देशों के बीच टेक्नोलॉजी + इंफ्रास्ट्रक्चर साझेदारी को नई ऊँचाई दी है।